UP Board 10th and 12th exam schedule में बड़ा बदलाव Mahakumbh के करण exam में देरी

UP Board 10th and 12th exam schedule में बड़ा बदलाव Mahakumbh के करण exam में देरी

उत्तर प्रदेश बोर्ड (UP Board) के 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिए इस साल की बोर्ड परीक्षा में एक बड़ा बदलाव किया गया है। हर साल लाखों छात्रों का भविष्य तय करने वाली यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 में इस बार कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे। इस बार बोर्ड परीक्षा में कुल 5,43,59,597 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इनमें से 2,71,00,151 छात्र हाई स्कूल (10वीं) और 2,69,84,446 छात्र इंटरमीडिएट (12वीं) के होंगे। इन आंकड़ों से साफ है कि इस साल परीक्षा में पहले से ज्यादा छात्रों का भाग्य निर्धारित किया जाएगा।





लेकिन इस साल बोर्ड परीक्षा का आयोजन थोड़ा विलंब से किया जाएगा, और इसका कारण है प्रयागराज में होने वाला महाकुंभ मेला। महाकुंभ, जो कि एक प्रमुख हिन्दू धर्म से जुड़ा धार्मिक आयोजन है, 13 फरवरी से 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। इस दौरान लाखों श्रद्धालु और कल्पवासी प्रयागराज स्थित संगम तट पर एकत्रित होंगे। इस विशाल धार्मिक आयोजन के कारण यूपी बोर्ड परीक्षा की तिथियों में देरी करना पड़ा है।

महाकुंभ का आयोजन प्रयागराज में होने के कारण यूपी बोर्ड ने फैसला लिया है कि परीक्षा की तारीखों को मार्च महीने के पहले सप्ताह में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके परिणामस्वरूप, बोर्ड परीक्षा की शुरुआत फरवरी की बजाय मार्च में होगी, ताकि महाकुंभ के आयोजन के दौरान होने वाली भीड़-भाड़ और यातायात की समस्याओं का परीक्षार्थियों और उनके परिवारों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। महाकुंभ के दौरान संगम तट पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होंगे, जिससे शहर में यातायात जाम और अन्य कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। यही वजह है कि यूपी बोर्ड ने इस बार परीक्षाओं को महाकुंभ के बाद आयोजित करने का निर्णय लिया है।

यूपी बोर्ड का उद्देश्य इस आयोजन को बिना किसी व्यवधान के सम्पन्न करना है, ताकि छात्रों की बोर्ड परीक्षा में कोई बाधा न आए। हालांकि परीक्षा की तारीखें बदली हैं, लेकिन बोर्ड ने आश्वासन दिया है कि मूल्यांकन और परिणाम समय पर घोषित किए जाएंगे। यूपी बोर्ड की कोशिश यह है कि परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की देरी न हो और छात्रों को उनके परिणाम निर्धारित समय पर मिल सकें।

इसके साथ ही, परीक्षा में नकल रोकने के लिए बोर्ड ने कई सख्त कदम उठाए हैं। परीक्षा केंद्रों पर ऑनलाइन सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे नकल की कोशिशों को रोका जा सके। इसके अलावा, बोर्ड ने परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए कई और उपायों को लागू किया है। यूपी बोर्ड ने यह भी सुनिश्चित किया है कि परीक्षा केंद्रों पर सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह से सख्त और कुशल रहें।

सारांश में, यूपी बोर्ड ने महाकुंभ के आयोजन के कारण इस साल की परीक्षा की तिथियों में बदलाव किया है। अब परीक्षाएं मार्च महीने के पहले सप्ताह में आयोजित की जाएंगी, ताकि महाकुंभ के आयोजन के दौरान उत्पन्न होने वाली भीड़ और यातायात की समस्याओं से परीक्षाओं पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। छात्रों और उनके परिवारों को इस बदलाव के बारे में समय रहते जानकारी दी जा रही है, और बोर्ड ने यह सुनिश्चित किया है कि परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो।

महाकुंभ और बोर्ड परीक्षा का तालमेल

महाकुंभ के आयोजन के बाद यूपी बोर्ड की परीक्षा का आयोजन किया जाएगा, ताकि महाकुंभ के दौरान होने वाली भीड़-भाड़ और यातायात संबंधी समस्याओं की जांच पर कोई प्रभाव न पड़े। इस विशाल धार्मिक आयोजन को ध्यान में रखते हुए यूपी बोर्ड ने परीक्षा की तारीखों में बदलाव किया है। इसके अलावा, बोर्ड ने इस बार नकल पर पूरी तरह से नियंत्रण बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। निरीक्षण पर ऑनलाइन सुपरमार्केट के माध्यम से निगरानी रखी जाएगी, जिसमें नकल या दिशानिर्देश की कोई संभावना नहीं होगी। इसके साथ ही अन्य पर्यवेक्षण उपायों को भी लागू किया जाएगा, ताकि परीक्षण प्रक्रिया को पूरी तरह से सुनिश्चित किया जा सके। यूपी बोर्ड ने छात्रों के हित में यह सुनिश्चित किया है कि परीक्षा की गुणवत्ता और सलाह पर कोई असर न पड़े।

प्रैक्टिकल और लिखित परीक्षाएं

दिसंबर 2024 में यूपी बोर्ड की प्रैक्टिकल इकाई शुरू होगी, जो जनवरी 2025 तक पूरी तरह से जारी रहेगी। इसके बाद मार्च 2025 में लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। बोर्ड ने इस बदलाव के बावजूद किसी भी तरह की एजीमेट योजना में यह सुनिश्चित किया है कि मूल्यांकन और परिणाम की घोषणा में देरी नहीं होगी। यूपी बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की बाधा न आएं और छात्र अपने परिणामों पर समय पर आएं। इस बार परीक्षा प्रक्रिया को पूरी तरह से जांचने और जांचने के लिए नमूनों और अन्य निगरानी उपायों का उपयोग किया जाएगा, जिससे नकल या किसी भी दिशा-निर्देश की भविष्यवाणी को देखा जा सके। बोर्ड ने छात्रों के हित में पूरी योजना तैयार की है, ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपनी परीक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकें।

महाकुंभ के दौरान प्रभावशाली प्रभाव

हाकुम्भ के दौरान समुद्र तट पर लाखों विश्राम और कल्पवासी संगम तट पर स्नान, ध्यान और दान के लिए विश्राम होगा। इस विशाल धार्मिक आयोजन के कारण ट्रैफिक पर भी प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि, यूपी सरकार का प्रयास है कि महाकुंभ का आयोजन पूरी तरह से सहज हो और बोर्ड परीक्षा पर इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। सरकार और यूपी बोर्ड ने इस दिशा में व्यापक योजना बनाई है, ताकि महाकुंभ के दौरान होने वाली भीड़ और सरकारी अधिकारियों के बोर्ड परीक्षण पर कोई असर न हो और परीक्षण विलासिता के रूप में चल सके।

नकल निषेध के सख्त हथकंडे

यूपी बोर्ड ने इस साल नकल प्रतिबंध के लिए सख्त चित्र बनाए हैं। निरीक्षण पर निगरानी को और कडी बनाने के लिए ऑफ़लाइन कैमरे लगाए जाते हैं, जिसमें नमूने और अन्य जांचों पर पूरी तरह से नियंत्रण रखा जा सकता है। इस चरण से विद्यार्थियों को एक और सुरक्षित निरीक्षण वातावरण मिलेगा। इसके अलावा, यूपी बोर्ड और राज्य सरकार की ओर से सभी आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं ताकि परीक्षा प्रक्रिया में कोई भी अशांति न हो और महाकुंभ के आयोजन के बोर्ड परीक्षा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। महाकुंभ के दौरान भारी भीड़ और यातायात गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए बोर्ड ने निरीक्षण संचालन की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कीं, ताकि समय और प्रक्रिया की जांच की जा सके और इसमें कोई बदलाव या बाधा न हो।

अंतिम शब्द

महाकुंभ के बाद, यूपी बोर्ड 2025 की शुरूआत मार्च में होने वाली है, और बोर्ड ने ऑडिट ऑपरेशन को लेकर पूरी योजना की तैयारी कर ली है। महाकुंभ के दौरान भीड़-भाड़ और कर्मचारियों पर ध्यान देते हुए बोर्ड ने परीक्षा की तारीखों में बदलाव किया है। हालाँकि, यह समय साँचे और उनके परिजनों के लिए निकाला जा सकता है, क्योंकि महाकुंभ के कारण यात्रा और अन्य सामुद्रिक तत्वों में मजबूती हो सकती है, लेकिन यूपी बोर्ड ने पूरी तरह से इस बात का निर्धारण किया है कि बिना किसी साँचे के साँचे में शामिल होना शामिल है। बोर्ड ने यह सुनिश्चित कर लिया है कि सभी आवश्यक आवश्यकताओं और सुरक्षा आवश्यकताओं के लिए जांच-पड़ताल की जाएगी, ताकि किसी को कोई समस्या न हो। इसके अलावा, परीक्षण प्रक्रिया और कर्मचारी बने रहे, इसके लिए परीक्षण प्रक्रिया भी लागू की जाएगी।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form